tag:blogger.com,1999:blog-3781544463522842555.post4520323803889054877..comments2024-03-18T11:08:06.414+05:30Comments on लिखो यहां वहां: एक रात, एक पात्र और पांच कहानियां(१)विजय गौड़http://www.blogger.com/profile/01260101554265134489noreply@blogger.comBlogger6125tag:blogger.com,1999:blog-3781544463522842555.post-20902576705833060522010-07-26T22:55:03.721+05:302010-07-26T22:55:03.721+05:30एक अनोखा अंदाज़ और शिल्प इनके कथ्य को बेहद मारक बना...एक अनोखा अंदाज़ और शिल्प इनके कथ्य को बेहद मारक बना रहा है....<br /><br />बेहतरीन लघुकथाएं....रवि कुमार, रावतभाटाhttp://ravikumarswarnkar.wordpress.comnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3781544463522842555.post-42081245125622657332010-07-26T22:17:17.999+05:302010-07-26T22:17:17.999+05:30बेघर ..अकेलेपन के साथ ..प्यास से जूझना ...बेहतरीनबेघर ..अकेलेपन के साथ ..प्यास से जूझना ...बेहतरीनपारुल "पुखराज"https://www.blogger.com/profile/05288809810207602336noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3781544463522842555.post-37578698141905879602010-07-26T21:47:23.486+05:302010-07-26T21:47:23.486+05:30न जाने कितनी रातों को कितनी बार् कितने लोगों पर गु...न जाने कितनी रातों को कितनी बार् कितने लोगों पर गुज़रा था यह सब ! नैथानी जी, आप ने दर्ज किया, आभार. अभिभूत हूँ , सच.अजेयhttps://www.blogger.com/profile/05605564859464043541noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3781544463522842555.post-72726292472993321692010-07-26T20:30:16.758+05:302010-07-26T20:30:16.758+05:30अगली कथाओं का इंतजार है, संभवत: उस रात का अनुमान ल...अगली कथाओं का इंतजार है, संभवत: उस रात का अनुमान लगा पाऊं जो एक व्यक्ति के अकेले होने को दर्ज करवा पाने में मजबूर हुई होगी। टाऊन हाल की सीढियों से लेकर मसूरी बस स्टैण्ड और फ़िर दर्शन ला चौक-तीन तिलंगे फ़िरते आवारा ?विजय गौड़https://www.blogger.com/profile/01260101554265134489noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3781544463522842555.post-76604233221461970782010-07-26T20:15:26.674+05:302010-07-26T20:15:26.674+05:30जीवन संघर्ष को पूरे बोल्डनेस से खोलती कथा के जरिये...जीवन संघर्ष को पूरे बोल्डनेस से खोलती कथा के जरिये जीवन की देखी-सुनी विडंबनाओं को पूरे पैनैपन से बेनकाब किया गया है।मनोज कुमारhttps://www.blogger.com/profile/08566976083330111264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3781544463522842555.post-11863167190294075292010-07-26T20:11:37.371+05:302010-07-26T20:11:37.371+05:30अद्भुत हैं ये !!!!!!अद्भुत हैं ये !!!!!!सुशीला पुरीhttps://www.blogger.com/profile/18122925656609079793noreply@blogger.com