tag:blogger.com,1999:blog-3781544463522842555.post7154570332587447053..comments2024-03-29T03:47:04.949+05:30Comments on लिखो यहां वहां: तुम्हारी ओर मैं क्यों आकृष्ट हुआ - पत्र में कैसे कर दूं दर्जविजय गौड़http://www.blogger.com/profile/01260101554265134489noreply@blogger.comBlogger2125tag:blogger.com,1999:blog-3781544463522842555.post-70145904182176372762008-12-13T21:57:00.000+05:302008-12-13T21:57:00.000+05:30याद्वेन्द्र्जी का शुक्रिया.विजायदान देथा की पुस्...याद्वेन्द्र्जी का शुक्रिया.विजायदान देथा की पुस्तक रुख मे इन दोनो की मित्रता के बारे मे जाना था.यहा यह भी उल्लेख्नीय है कि गुरूदेव ने बोस को आविश्कारो के पेतेन्त कराने के पक्श मे सलाह दी थी जिसे बोस ने शायद नही माना.मार्कोनी से पहले बोस रेदियो तरन्गो के सन्चार का प्रयोग प्रदर्शित कर चुके थे.आगे भी आपकी पोस्त का इन्तजार रहेगाnaveen kumar naithanihttps://www.blogger.com/profile/01356907417117586107noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3781544463522842555.post-67758605973108796722008-12-13T00:26:00.000+05:302008-12-13T00:26:00.000+05:30बेहतरीन संकलन !बेहतरीन संकलन !विवेक सिंहhttps://www.blogger.com/profile/06891135463037587961noreply@blogger.com