tag:blogger.com,1999:blog-3781544463522842555.post2985935899333769551..comments2024-03-18T11:08:06.414+05:30Comments on लिखो यहां वहां: घटनाओं के समुच्चय में विजय गौड़http://www.blogger.com/profile/01260101554265134489noreply@blogger.comBlogger2125tag:blogger.com,1999:blog-3781544463522842555.post-78786781507883641232018-10-11T12:55:06.233+05:302018-10-11T12:55:06.233+05:30राजेश सकलानी जी का यह आत्मालाप आज के खतरनाक दौर की...राजेश सकलानी जी का यह आत्मालाप आज के खतरनाक दौर की खौफनाक सच्चाई को गंभीरतापूर्वक से सामने लाकर पाठकों के अंतर्मन को झकझोर कर रख देता है। बहुत से गंभीर सवालों को उठाने के साथ साथ त्रस्त मनुष्य की पीड़ा का बयान बेहद संजीदगी से किया गया है। सवालों की अनुगूंज देर तक बेचैन बनाए रखती है। साझा करने के लिए शुक्रिया।गीता दूबे, कोलकाताhttps://www.blogger.com/profile/17548414461415837685noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3781544463522842555.post-88806898744877171862018-10-10T23:34:38.383+05:302018-10-10T23:34:38.383+05:30ब्लॉग बुलेटिन की दिनांक 10/10/2018 की बुलेटिन, ग़ज़...ब्लॉग बुलेटिन की दिनांक 10/10/2018 की बुलेटिन, <a href="https://bulletinofblog.blogspot.com/2018/10/blog-post_10.html" rel="nofollow"> ग़ज़ल सम्राट स्व॰ जगजीत सिंह साहब की ७ वीं पुण्यतिथि “ </a> , में आप की पोस्ट को भी शामिल किया गया है ... सादर आभार !शिवम् मिश्राhttps://www.blogger.com/profile/07241309587790633372noreply@blogger.com