कैमरे से ली गई तस्वीरों का उजलापन इस्तेमाल होने वाली उच्चत तकनीक का मामला भर ही नहीं होता है। रोशनी के समुचित उपयोग और दृश्य के अर्थवान फलक की पहचान, जिसमें दृश्य का चुनाव स्वत: निहित माना जाए, ही वे प्रभावी घटक होते हैं जो तस्वीर के रूप में एक फोटोग्राफर की रचना हो जाते हैं।
नैनीताल में रहने वाली विनीता ने पिछले दिनों मेघालय की यात्रा की।
विनीता यशस्वी के कैमरे से उतरकर आने वाला मेघालय, जनजीवन के विस्ताार के साथ ही प्राकृतिक सौन्दर्य से भरा दिखता हुआ है। उस यात्रा के दौरान विनीता द्वारा उतारी गई कुछ तस्वीरें यहां विनीता की ही एक छोटी सी टिप्पणी के साथ प्रस्तुत हैं।
विगौ
|
विनीता यशस्वी

2 comments:
आपकी इस पोस्ट को आज की बुलेटिन पंडित माखनलाल चतुर्वेदी और ब्लॉग बुलेटिन में शामिल किया गया है। कृपया एक बार आकर हमारा मान ज़रूर बढ़ाएं,,, सादर .... आभार।।
सुंदर चित्र और विवरण
Post a Comment