चाय की प्याली में तूफ़ान
यादवेन्द्र
अभी अभी ऑक्सफ़ोर्ड इंग्लिश डिक्शनरी ने अपने नए एडिशन में
करीब बारह सौ नए शब्द सम्मिलित किये हैं।संपादकों का कहना है कि नीतिगत तौर
पर आम तौर पर वे कोई नया शब्द तब स्वीकार करते हैं जब दस सालों तक उसका
सार्वजनिक प्रयोग करने की सकारात्मक प्रतिक्रियाएँ उनतक पहुँचती हैं। अभी
शामिल नए शब्दों में एक शब्द है "क्लिक्टिविज़्म" (cliktivism) जिसका अर्थ
है बगैर किसी सीधे प्रत्यक्ष प्रदर्शन में हिस्सेदारी किये इंटरनेट या सोशल
मीडिया के प्रचलित उपकरणों के माध्यम से किसी राजनैतिक या सामाजिक मुद्दे
का समर्थन करना।अनेक विचारक विरोध प्रदर्शन के इस मार्केटिंग औजार को
लोकतंत्र के लिए प्रतिगामी मानते हैं क्योंकि यह आम आदमी को पारम्परिक ( जो
सदियों से आजमाया हुआ कारगर तरीका भी है ) शैली के एक्टिविज़्म से विमुख
करता है।प्रसिद्ध इतिहासकार रॉल्फ़ यंग ( जिनकी किताब "डिसेंट : द हिस्ट्री
ऑफ़ ऐन अमेरिकन आइडियल" हाल में खूब चर्चा में आयी है)कहते हैं कि
"टेक्नॉलॉजी प्रतिरोध का महत्वपूर्ण औजार है पर इन दिनों यह देखने में आया
है कि कुछ लोग "क्लिक्टिविज़्म" जैसी गतिविधियों में शामिल हो जाते हैं -
किसी बात के पक्ष में "लाइक" क्लिक कर के समर्थन व्यक्त करते हैं -पर यह
कृत्य कुछ हज़ार लोगों के सड़क पर निकल कर डंडे और आँसू गैस की मार झेलते हुए
विरोध प्रदर्शन करने की कतई बराबरी नहीं कर सकता। मुझे लगता है कि
ऐक्टिविस्ट और मिलिटेंट लोगों को टेक्नॉलॉजी का सोच समझ कर और जमीनी तौर पर
असर पैदा करने वाले ढंग से उपयोग करना चाहिए। "
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