वर्ष २००४ में साहित्य के लिए नोबेल पुरुस्कार से सम्मानित नारीवादी लेखिका एल्फ्रेड जेलेनिक पर वर्तमान साहित्य के मार्च ०८ में परकासित विजय शर्मा का आलेख लेखिका का परिचय हिन्दी पाठकों से अच्छे से करता हे।
एल्फ्रेड जेलेनिक ऐसा क्या लिखती हे ? उसी आलेख से -
उनका साहित्य नारीवादी हे और आस्ट्रिया के समाज का कटु आलोचक हे। उनके आलोचक उनके साहित्य को अश्लील, kheejane vala और उपास्पूर्ण मानते हे । व्यंग्यात्मक लहजे और भाषा se khelane vali एल्फ्रेड जेलेनिक in baton की परवाह नहीं करती हे और समाज की कमयीओं को खोल कर दिखाआतीं हे।
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जिस परम्परा के कारन स्त्री का दमन, सोसन और और आप्मान होत्ता हे अत्याचार सह्तीं हे - उसे वे स्पस्ट रूप से चित्रित करतीं हे।
एल्फ्रेड जेलेनिक के बारें में और जानने के लिए लिंक करें-
http://nobelprize.org/nobel-prizes/literatures/2004/jelinek-bibl.html
http://almaz.com/nobel/literature/2004a.html
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